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Mis-NRLM | राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन | NRLM Scheme details | NRLM Login | National Rural Livelihood Mission 2022-2023
National Rural Livelihood Mission 2023: क्या आप भारत के ग्रामीण क्षेत्र से सम्बन्ध रखते है, यदि हाँ, तो आपने NRLM (पूरा नाम National Rural Livelihood Mission) का नाम जरूर सुना होगा। आपने अपने गांव में 10 से 20 महिलाओं को समूह बनाते हुए देखा होगा। ये समूह NRLM Scheme के तहत ही बनाये जाते है। NRLM Scheme को केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है, जिसे केंद्र सरकार की पूर्व योजना स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (एसजीएसवाई) को पुनर्गठित कर 01 अप्रैल 2013 को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की शुरुआत की गयी। का गठन किया गया। यह योजना ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले गरीब लोगों के कल्याण के लिए बनायी गयी है।
जैसा कि आप जानते है कि हमारा देश जनसँख्या के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर है, ऐसे में सरकार को सभी के लिए रोजगार दिला पाना बहुत मुश्किल काम है। इसे ध्यान में रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार उपलब्ध हो जाये, जिससे उन्हें शहरों के लिए पलायन न करना पढ़ें आदि उदेश्यों की पूर्ति के लिए इस योजना को शुरू किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाना, गांव से शहरों के लिए पलायन को रोकना, ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराना, सरकार के ये सभी मकसद इस योजना के द्वारा पुरे किये जा सकते है। इस आर्टिकल में हम NRLM Scheme kya hai, एन आर एल एम के उदेश्य क्या है, इसके बारे में हम विस्तार से जानेंगे, कृपया पूरा आर्टिकल पढ़े।
National Rural Livelihood Mission Overview 2023
योजना का नाम | दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) |
किस मंत्रालय के अधीन है। | ग्रामीण विकास मंत्रालय (एमओआरडी) |
आधिकारिक वेबसाइट | NRLM.GOV.IN एवं https://aajeevika.gov.in/ |
शुरुआत | 01 अप्रैल 2013 |
कौन लाभान्वित होंगे। | ग्रामीण भारत के गरीब लोग। |
NRLM SHG pdf | SHG Handbook |
पुराना नाम | राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन। |
NRLM की शुरुआत कब हुई ?
वर्तमान में यह योजना लगभग सभी राज्यों में क्रियान्वित है। लेकिन सभी राज्यों में इसे अलग नाम भी दिए गए है। शुरुआत की यदि बात करें तो 1999 में भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा सर्वप्रथम स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (sgsy) नाम से एक योजना चलायी गयी थी। जिसका 2013 में पुनर्गठन कर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के रूप में लागू किया गया। 29 मार्च 2016 को एक बार पुनः इसका नाम बदलकर DAY-NRLM (दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) किया गया। यह प्रोग्राम सरकार द्वारा गरीबों (मुख्यतः महिलाएं) को मजबूत संस्थानों के निर्माण व फाइनेंस जैसी सेवाओं और लवलीहुड (आजीविका) सेवा से जोड़ने के लिए बनाया गया प्रमुख प्रोग्राम (कार्यक्रम) है।
एवं उक्त कार्यक्रम, सरकार का गरीब, विशेष रूप से महिलाओं हेतु मजबूत संस्थानों के निर्माण एवं वित्तीय सेवाओं और आजीविका सेवाओं से इन्हे जोड़ने का प्रमुख कार्यक्रम है ।
उस समय इसका मुख्य उदेश्य ग्रामीण क्षेत्र में bpl परिवारों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें गरीबी रेखा से बाहर लाना था। इसके स्वरुप में समय समय पर बदलाव किये जाते रहे है। वर्तमान में इसका नया नाम दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) रखा गया है।
स्वयं सहायता समूह क्या है ?
National Rural Livelihood Mission 2023
NRLM यानि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन इसे DAY – NRLM (दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) भी कहा जाता है। NRLM भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय (एमओआरडी) द्वारा कार्यान्वित की जाने वाली एक योजना है। इसका उद्देश्य सरकार द्वारा ग्रामीण गरीबों के लिए कुशल और प्रभावी इंस्टीटयूटनल प्लेटफार्म बनाना है, जिससे वे सक्षम बन सकें।
जिससे ग्रामीणों को उनके गांव में ही आय के श्रोत उपलब्ध कराये जा सके। जिससे उन्हें आजीविका संवर्द्धन के द्वारा उनके आय में बृद्धि की जा सके। इसके माध्यम से ग्रामीणों को उनके गॉव में ही रोजगार उपलब्ध होगा एवं ग्रामीण क्षेत्र में गरीबी को कम किया जा सकेगा। इसकी शुरुआत 2011 में की गयी थी। NRLM के लिए विश्व बैंक द्वारा वित्तीय सहायता दी जाती है।
NRLM scheme 2023
राष्ट्रीय आजीविका मिशन योजना में सवयं सहायता समूह व संघीय सहायता के माध्यम से अब तक देश भर में लगभग 600 जिलों, 6769 ब्लॉकों, ढाई लाख गांव पंचायत एवं 6 लाख गांव के कुल सात करोड़ BPL (गरीबी रेखा से नीचे) कार्ड धारको को इसके दायरे में लाने की योजना है। सरकार द्वारा इसके लिए 8 – 10 वर्ष तक आजीविका चलाने के लिए आवश्यक सहयोग देकर इसे एक कार्यक्रम के माध्यम से पुरा किया जायेगा।
केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गयी इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों को स्किल कराना, सक्षम बनाना एवं स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराना मुख्य उदेश्य है। स्वयं सहायता समूह (shg) के माध्यम से लाखो ग्रामीण महिलाओं के समूह बनाये गए है। यह नारी सशक्तिकरण को काफी मजबूती मिली है, एवं गांव की महिलाये सशक्त हो रही है। ग्रामीण गरीब आबादी में इससे ज्ञान, संसाधन, कौशल एवं आर्थिक आत्मनिर्भरता विकसित हुई है।
एन आर एल एम की कार्य योजना, कैसे काम करता है ?
National Rural Livelihood Mission 2022: NRLM Scheme मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र में गठित सामान आय वर्ग समूह द्वारा कार्यान्वयन में लायी जाती है। अब आपके दिमाग में सवाल आ रहा होगा कि ये समूह क्या होते है, इसका गठन कैसे किया जाता है। इसके बारे में हम विस्तार से जानेंगे।
SHG (Self help group) kya होते है?
Shg Full Form : SHG का पूरा नाम Self helf group (shg) या स्वयं सहायता समूह है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र की एक समान इनकम (आय) वाली 10 से 20 महिलाओं के समूह बनाये जाते है। जिसे हम लोग स्वयं सहायता समूह (SHG) कहते है, इसमें यह शर्त रहती है कि जो भी महिलाये इस ग्रुप में शामिल कि जाय उनमे वित्तीय असमानता न हो।
वित्तीय असमानता से मतलब यह है, कि जैसे कोई एकदम गरीब परिवार से हो, और कुछ उनसे कुछ बेहतर स्थिति में हो। यदि ऐसा किया गया तो समूह में मजबूत स्थिति रखने वाली महिलाओं का ही वर्चव रहेगा। इस प्रकार गरीब महिलाओं का शोषण होगा एवं जो लाभ मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाएगा।
समूह के गठन के उपरांत सदस्यों द्वारा बैठक की जाती है, जिसमे तीन पदाधिकारीयों का चयन किया जाता है। समूह के सदस्यों मे से किसी तीन को अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष व सचिव नियुक्त किया जाता है। इन पदाधिकारियों को समूह संचालन की जिम्मेदारी दी जाती है। इन जिम्मेदारियों में समूह की सब मीटिंग होनी है, किस सदस्य को ऋण दिया गया है, बैंक में पैसा जमा करना या बैंक ऋण संबधित सभी कार्य इन पदाधिकारियों के रहते है।
समूह का गठन के पश्चात् सर्वसम्मति से एक नाम का चुनाव किया जाता है, उसी नाम से एक बैंक खाता खोला जाता है। इस बैंक अकाउंट में समूह सदस्यों द्वारा की गयी बचत को जमा किया जाता है। बाद में इसी जमा को आधार बनाकर nrlm bank linkage (ccl) सीमा निर्धारित की जाती है। इसी के माध्यम ऋण स्वीकृत किया जाता है, जिसमे सरकार द्वारा एक अच्छी राशि की सब्सिडी भी दी जाती है। इस बैंक लिंकेज ऋण पर ब्याज बहुत कम लगता है।
SHG Full Form क्या है?
shg full form – self help group (shg) है। हिंदी में इसे स्वयं सहायता समूह कहा जाता है। shg group के द्वारा ही nrlm योजना को जमीन पर उतारा जाता है। इसके द्वारा ग्रामीण स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया जाता है। इस समय nrlm shg काफी लोकप्रिय है, ग्रामीण पलायन रुका है। कोरोना काल में जो लोग गांव छोड़कर शहर गए थे, वे सभी गांव लौट गए है। उन्हें भी इसके द्वारा काफी मदद मिली है।
NRLM SHG के लाभ
National Rural Livelihood Mission scheme को सरकार द्वारा यदि बनाया गया है, तो उसके पीछे कही मकसद थे। पलायन, स्थानीय स्तर पर रोजगार, लोगो में संगठन की भावना पैदा करना, ग्रामीण महिलाओं को सक्षम बनाना आदि और भी कही मकसद थे। आईये इसके फायदे के बारे में जानते है।
- nrlm scheme के तहत shg में 10 से 20 लोगों के समूह बनाये जाते है। इससे लोगों में एक साथ काम करने से संगठन एवं एकता की भावना जाग्रत होगी, इससे अधिक सामाजिक की भावना पैदा होगी।
- गरीब ग्रामीण आबादी जो सरकार योजनाओं से कोसों दूर है। जहाँ तक सरकारी योजना कभी नहीं पहुँच पाती है।समूह के माध्यम से खुद समूह बनाकर बचत जमा करेगी एवं उन तक सरकारी योजना का लाभ भी मिलेगा।
- हमारे देश में एक अच्छी शिक्षा नीति है, जिसमे हर तरह की पढाई के बारे में विस्तार से जानकारी है। लेकिन एक बात की पढाई कभी नहीं की जाती है, कि यदि हम पढ-लिख करके या अन्य तरह से काम काम करके यदि हम पैसा कमाने लग जाते है। तो उसे कैसे बचाया जाता है। nrlm shg एक संगठनत्मक रूप में कार्य करता है, अपनी मासिक बचत के द्वारा इसकी जागरूकता भी आएगी।
- इसके माध्यम से लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जायेगा। किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा। या उधार नहीं लेना पड़ेगा।
- महिलाओं को सक्षम बनाया जाएगा। गरमें पलायन को आसानी रोका जायेगा।
- लोगो को अपने गांव में ही रोजगार उपलब्ध हो जायेगा। इससे वे गांव में ही एक अच्छी जिंदगी जी पायेगें।
- स्वयं सहायता समूह के द्वारा स्वरोजगार के प्रति बढ़ावा मिलेगा।
झारखण्ड स्टेट लवलीहुड प्रमोशन सोसायटी (jslps)
NRLM PORTAL RAGISTRARION कैसे कराए ?
nrlm scheme shg के माध्यम से संचालित की जाती है। इस योजना के तहत सबसे पहले समूह का गठन किया जाता है। समूह गठन के पश्चात राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की आधिकरिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाता है। जिसमे पदाधिकारियों द्वारा उनके द्वारा की गयी बचत, मीटिंग की उपस्थिति पंजिका आदि मानक के द्वारा ccl limit निर्धारित की जाती है। जिसे nrlm portal पर अपलोड कर दिया जाता है।
ऑनलाइन आवेदन करने के बाद फाइल बैंक के पास पंहुच जाती है। बैंक अपने नियम व शर्तो को ध्यान में रखते हुए, ब्लॉक द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर विचार कर प्रति वर्ष के लिए बढ़ते क्रम में एक ccl limit निर्धारित करते है। जिसे समूह के पदाधिकारी जरुरत के हिसाब से निकल सकते है।
NRLM की राज्यवार सूची –
S.No | Name of the State | Name of the SRLM |
---|---|---|
2 | उत्तर प्रदेश | Uttar Pradesh Skill Development Mission (UPSDM) |
3 | पश्चिम बंगाल | Paschim Banga Society for Skill Development (PBSSD) |
4 | छत्तीसगढ़ | Chhattisgarh State Rural Livelihoods Mission |
5 | केरल | Kudumbashree |
6 | आंध्र प्रदेश | EGMM |
7 | तमिलनाडु | Tamilnadu Corporation for Development of Women Ltd. |
8 | तेलंगाना | EGMM |
9 | पंजाब | Punjab Skill Development Mission |
10 | राजस्थान | RSLDC |
11 | हरियाणा | HSRLM |
12 | जम्मू कश्मीर | Himayat Mission Management Unit, Jammu & Kashmir State Rural Livelihoods Mission (JKSRLM) |
13 | उत्तराखंड | USRLM |
14 | उड़ीसा | Odisha Rural Development and Marketing Society. |
15 | महाराष्ट्र | Maharashtra State Rural Livelihoods Mission |
16 | गुजरात | Gujarat Livelihood Promotion Company (GLPC) |
17 | मध्य प्रदेश | MP State Rural Livelihood Mission |
18 | असम | ASRLM |
19 | त्रिपुरा | Tripura Rural Livelhoods Mission Society |
20 | बिहार | Bihar Rural Livelihoods Promotion Society |
निष्कर्ष (Conclusion)
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने nrlm shg details में बताने का प्रयास किया है। इसके संबंध में यदि आपके मन कोई प्रश्न हो तो आप कमेंट करके पूछ सकते है।
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FAQ: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन
प्रश्न – NRLM Full क्या है ?
उत्तर – NRLM का पूरा नाम National Rural Livelihood Mission है।
प्रश्न – NRLM shg गठन का उद्देश्य क्या है?
उत्तर – दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) का उदेश्य ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं को सक्षम बनाकर उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराना एवं पलायन आदि को रोकना है।
प्रश्न – NRLM Scheme की शुरुआत कब हुई?
उत्तर – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका योजना (NRLM) की शुरुआत सन 2011 में की गयी थी।
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