विश्व मलेरिया दिवस पर निबंध | aahar jharkhand

[ad_1]

प्रत्येक वर्ष 25 अप्रैल को मलेरिया दिवस मनाया जाता है, इस दिन पूरी दुनिया में होने वाली बीमारी से बचाव के लिए लोगो के अंदर जागरूपता लायी जाती है मलेरिया रोग मच्छरों के काटने से होता है विश्व मलेरिया दिवस के माध्यम से लोगों में बीमारी के प्रति जागरूप, नियंत्रण और रोकथाम के लिए मलेरिया दिवस के माध्यम से पुरे देश में कई अभियान चलाए जाते हैं कोरोना वायरस से समय इस दिन को बहुत महत्व दिया गया था उस समय लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत जागरूक रहने की सलाह दी गई थी। पुरे देश में मलेरिया दिवस मनाने का मुख्य उद्देस्य मलेरिया जैसी गंभीर बीमारी के प्रति-से-जल्दी कोई कारवाई करना। तो आइए आज हम जानेगे कि विश्व मलेरिया दिवस क्या है, और इसके बचाव के लिए क्या करें, सभी जानकारी को जानने के लिए हमारे लेख को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़ें।

विश्व मलेरिया दिवस पर निबंध | विश्व मलेरिया दिवस 2023 की थीम

विश्व मलेरिया दिवस (विश्व मलेरिया दिवस 2023)

मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है जो मच्छरों के काटने से होती है यह एक बीमारी है प्लास्मोडियम परजीवी (प्लाज्मोडियम परजीवी) के काटने से होता है, इस परजीवी का संक्रमण मादा एनोफिलिज मच्छरों के काटने से फैलता है। जिससे मलेरिया बीमारी हो जाती है, सन 2021 में WHO के अनुसार, पूरी दुनिया में 241 मिलियन मलेरिया के मामले सामने आए थे और इस बीमारी से होने वाली मौत का एक कारण 6,27,000 था। इतनी बड़ी संख्या में मौत का आकड़ा देखकर WHO में मलेरिया दिवस को और अधिक महत्व दिया गया और ये दिन मलेरिया की खिलाफ लड़ाई में लगातार आगे बढ़ रहा है पूरी दुनिया के साथ हमारा भारत देश भी इस बीमारी से गंभीर है और हर साल हजारों की संख्या में लोग इस बीमारी से गंभीर होते हैं।

विश्व मलेरिया दिवस 2023 अवलोकन

विषय का नाम विश्व मलेरिया दिवस 2023
मनाने का दिन 25 अप्रैल
2023 थीम शून्य मलेरिया देने का समय: निवेश करें, नवाचार करें, लागू करें
मलेरिया बीमारी का कारण मच्छर, संक्रमण सा एनोफिलीज मच्छर
विश्व मलेरिया की स्थापना मई 2007 में 60 वे वर्ल्ड हेल्थ हाउस में
मलेरिया दिवस का उद्देस्य हर साल मलेरिया जैसी घातक बीमारी से लाखों लोगों को बचाने के लिए
सन 2022 थीम मलेरिया की बीमारी को कम करें और जीवन जीने के लिए इनोवेशन का उपयोग करें
संक्रमण के लक्षण थकान, सिर दर्द, बुखार, उल्टी आना, चक्कर आना और मांसपेशियों में दर्द
सन 2017 में संक्रमण लोगों की संख्या 21.9 करोड़ से अधिक मामला

यह भी जानें :- दीप्ति वायरस क्या है। जानें क्या हैं

विश्व मलेरिया दिवस 2023: थीम

हर साल विश्व मलेरिया दिवस के लिए नई-नई थीम होती है इस साल 2023 की थीम है – “टाइम टू डिलीवर मलेरिया: इनवेस्ट, इनोवेट, इम्प्लीमेंट“है ये पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में रह रहे लोगों तक पहुंचने के लिए वर्तमान में उपलब्ध उपकरणों और निशानों को लागू करने के लिए WHO ने मई 2007 में अपनी 60 वी बैठक के दौरान विश्व मलेरिया दिवस को मनाया गया था।

मलेरिया रोग कैसे होता है?

मलेरिया रोग मच्छरों के काटने से होता है ये रोग “प्रोटोजुअन प्लाज़्मोडियम” नामक कीटाणु मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है जब कोई मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है तो वह वायरस का कुछ हिस्सा मच्छर के शरीर में चला जाता है और जब वही संक्रमण मच्छर की स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वो वायरस उस व्यक्ति के शरीर इसके बाद वह चला जाता है मलेरिया जैसी घातक बीमारी का शिकार बन जाता है मलेरिया रोग होने का सबसे बड़ा कारण है, उसके आस-पास पीड़ित गन्दगी। ज्यादा गन्दगी या किसी एक जगह पर पानी समाए रहने से ज्यादा मच्छर फैलता है, जिसकी वजह से संक्रमण मच्छर फैलता है और वही मच्छर दूसरे को काटकर उन्हें मलेरिया रोग फैलाते हैं।

मच्छर के काटने के कुछ दिनों बाद व्यक्ति के अंदर बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं, इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं जैसे- तेज बुखार, थकान, सिर दर्द, पेट में दर्द, चक्कर आना, बेहोशी, आंखें, मांसपेशियों के दर्द, उल्टियां त्वचा और त्वचा का रंग पीला पड़ने जैसे लक्षण दिखाते हैं। इस अवस्था में मरीज को जल्दी-से-जल्दी किसी अच्छे डॉक्टर को बहुत जरूरी दिखाता है।

मलेरिया रोग से बचाव के लिए क्या करें

  • मलेरिया रोग से बचने के लिए बहुत उपाय है इसकी शुरुआत आपको अपने घर से करनी होगी।
  • सबसे पहले आपको अपने घर और घर के आस-पास के क्षेत्र को तीतर-सुथरा रखना बहुत जरूरी है।
  • घर के आस-पास बारिश का पानी या नाले का पानी सागर न होने दें। गन्दा पानी सागर होने से ज्यादा मच्छर फैलता है जो फैलने की वजह बन सकता है।
  • अगर आपके घर में कूलर है, तो उसका पानी एक हफ्ते में या उसे पहले मिलेगा क्योकि बाद में वो पानी गन्दा हो जाता है।
  • बरसात में कूलर में मिट्टी का तेल घुसने से भी मच्छर नहीं होता है
  • बारिश के समय में ज्यादा से ज्यादा फुल कपडे पहने। बारिश के मौसम में ज्यादा मच्छर फैलता है।
  • बारिश के समय में घर के दरवाजे और खिड़किया अधिकतर दूर रहते हैं और सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
  • पानी के बर्तनों को हमेशा ठीक रखें।
  • मलेरिया रोग से बचाव करने के लिए एंटीमलेरियल दवा ली जानी चाहिए।
  • यदि किसी व्यक्ति को तेज बुखार है, तो डॉक्टर की सलाह ले और जांच करवाए।

इसे भी जानें :- विश्व जल दिवस 2023 : क्या है थीम

मलेरिया रोग होने के लक्षण

वैसे तो जब मलेरिया रोग होता है तो जुड़ाववाती समय में नहीं दिखता है इसके लक्षण दिखने में 6 से 8 दिन लग जाते हैं आइए जानते हैं मलेरिया रोग के मुख्य लक्षण –

  • उल्टी करना
  • चक्कर आना
  • ज्यादा सिर होना
  • बुखार आना
  • पेट में दर्द
  • मासपेशियो में दर्द होना
  • थकान
  • शरीर में कमजोरी आना

इसके अलावा अन्य लक्षण भी हो सकते हैं इसलिए हर किसी की सलाह दी जाती है कि जल्द से जल्द कोई अच्छा डॉक्टर से जांच करवाए।

मलेरिया रोग का उपचार

अगर किसी व्यक्ति को मलेरिया रोग के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो जल्द-से-जल्द अपने पहचान डॉक्टर को दिखाया और जांच करवाए। यदि किसी बच्चे और भविष्यवाणी करने वाली महिला को मलेरिया रोग हो गया है तो और अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह को माने।

इसे भी जानें :- विश्व पृथ्वी दिवस 2023

विश्व मलेरिया दिवस का इतिहास

हर साल वैश्विक स्तर पर 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है इस दिन का मुख्य उद्देस्य है कि जानलेवा बीमारी के प्रति लोगों के अंदर जागरूपता फैलाना और अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना है। WHO ने बताया कि हर साल मलेरिया की वजह से लाखों लोग अपनी जान गवा लेते हैं ये महिला एनोफिलीज मच्छर के माध्यम से अलंकृत है विश्व मलेशिया दिवस की स्थापना मई 2007 को विश्व स्वास्थ्य दिवस के 60 वे सत्र में हुआ WHO का कहना है कि पुरे विश्व में मलेरिया का सबसे बड़ा खतरा दुनिया के 106 देश को है। इसके लिए प्रत्येक वर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में घातक बीमारी से बचने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न कार्यकर्म आयोजित किए जाते हैं।

इन अभियान का उद्देश्‍य है, लोगों को जागरूप करने के लिए सरकार, गैर सरकारी संगठन, समुदाय और आम जनता के बीच सहयोग बनाए रखें। इस बीमारी का सबसे बड़ा खतरा ग्रामीण क्षेत्रों और पिछड़े समुदायों पर इसका प्रभाव अधिक होता है।

विश्व मलेरिया थीम 2015 से 2023

थीम का वर्ष थीम का नाम
विश्व मलेरिया दिवस 2023 थीम टाइम टू डिलीवर मलेरिया: इनवेस्ट, इनोवेट, इम्प्लीमेंट
विश्व मलेरिया दिवस 2022 थीम मलेरिया रोग को कम करने और
जीवन परिवर्तन के लिए नवप्रवर्तन का उपयोग करें
विश्व मलेरिया दिवस 2021 थीम जीरा मलेरिया लक्ष्य की ओर बढ़ना है
विश्व मलेरिया दिवस 2020 थीम जीरो मलेरिया स्टार्ट वीडियो मी
विश्व मलेरिया दिवस 2019 थीम जीरो मलेरिया स्टार्ट वीडियो मी
विश्व मलेरिया दिवस 2018 थीम मलेरिया को हराने के लिए तैयार रहें
विश्व मलेरिया दिवस 2017 थीम मलेरिया के लिए राष्ट्रीय रणनीतिक योजना
विश्व मलेरिया दिवस 2016 थीम उन्मूलन
विश्व मलेरिया दिवस 2015 थीम भविष्य में निवेश करें, मलेरिया को हराएं

विश्व मलेरिया दिवस का महत्व

विश्व की सबसे घातक बीमारी परजीवी में से एक मलेरिया रोग है WHO के अनुसार सन 2017 में मलेरिया के 21 करोड़ से ज्यादा मामले सामने आएं और उनमे से 4.35 मिलियन लोगो की मौत हो जाएगी। इस बीमारी को और जानलेवा होने से लोगों को बचाने के लिए जागरूपता लाना सबसे अच्छा उपाय है मलेरिया दिवस के माध्यम से बीमारी के प्राथमिक लक्षण, सावधानियाँ और उपचार करने के विषय के बारे में लोगों को बताया जाता है कि WHO का कहना है कि लोग होने पर और सही समय पर उसका उपचार करने और जागरूपता लेने से देश में मृत्यु देर से कम हो सकती है

विश्व मलेरिया दिवस के माध्यम से अपने स्वास्थ्य के प्रति और बीमारी से होने वाले जोखिम से विनाश का एक अच्छा साधन है भारत में मलेरिया रोग के बचाव को वर्ष 2015 में शुरू किया गया था और वर्ष 2016 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त प्रयास को आगे सींक। भारत देश ने इस अभियान में पूरा हिस्सा लिया। जिसके फलस्वरुप वर्ष 2018 की तुलना में वर्ष 2019 में 17.6% गिरावट दर्ज की जाती है।

इसे भी जानें :- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023

मलेरिया रोग से जुडी कुछ रोचक बातें

  • मलेरिया संक्रमण प्रमाण डेटा एनाफिलीज मच्छरों के माध्यम से ये परजीवी सबसे पहले यकृत संघात में परिवर्तन करते हैं, और उसके बाद हमारे शरीर का लाल रक्त एकीकरण हानि पहुँचती है और अंत में लाल रक्त कोशिकाओं की क्षति होती है।
  • ये प्रक्रिया होते-होते 6-7 दिन लग जाती है जिसके बाद से मलेरिया के लक्षण दिखाई देते हैं।
  • मलेरिया जैसी घातक बीमारी से बचाने के लिए वर्तमान समय में बाजार में कई इंजेक्शन आ गए हैं।
  • एक मलेरिया का टीका जिसका नाम है मोस्क्युरिक्स है मलेरिया रोगी को बीमारी का खतरा 40% तक कम हो जाता है ये अब तक का सबसे अच्छा टीका देखा गया है।
  • इसके अलावा मलेरिया रोग के अन्य टीके बाजार में उपलब्ध है प्लाज़मोडियम पी. फाल्सीपेरम (प्लाज्मोडियम पी. फाल्सीपेरम) टीका भी मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारी को मात देने में सक्षम है।

विश्व मलेरिया दिवस से जुड़े कुछ सवालों के जवाब (FAQs)

विश्व मलेरिया दिवस कब मनाया जाता है?

विश्व मलेरिया दिवस प्रत्येक वर्ष 25 अप्रैल को मनाया जाता है।

विश्व मलेरिया दिवस क्यों मनाया जाता है?

दुनिया को मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी से बचाने और लोगों को बीमारी के प्रति जागरूप के लिए मनाया जाता है। सरकार द्वारा कई अभियान चलाए जाते हैं उन अभियान के माध्यम से लोगों को बीमारी के लक्षण, उपाय और सावधानी के विषय में संपूर्ण जानकारी दी जाती है।

मादा मच्छरों में जो परजीवी (प्लास्मोडियम) पाया जाता है वह मुख्य रूप से किन क्षेत्रों में पाया जाता है?

मच्छरों में पाया जाने वाला परजीवी मुख्य रूप से अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया के उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है।

मलेरिया रोग के बचाव के लिए क्या करें?

मलेरिया रोग से बचाव के लिए आपको अपने घर के अंदर और बाहर गन्दगी नहीं रखनी चाहिए। किसी एक जगह पर पानी न दे और अगर रुका हुआ है तो वहां पर दवाई का समाधान करें। और बरसात के दिनों में सुबह व शाम ऐसे कपडे पहने जो शुद्ध शरीर को उठा ले।

इस साल 2023 में विश्व मलेरिया दिवस की थीम क्या है?

इस साल 2023 में विश्व मलेरिया दिवस की थीम- टाइम टू डिलीवर मलेरिया: इनवेस्ट, इनोवेट, इम्प्लीमेंट है।

[ad_2]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *