[ad_1]
केंद्र सरकार की कई योजनाएं गरीब परिवार के बच्चों को ध्यान में रखते हुए चलायी जा रही हैं। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि गरीब परिवार या मध्यम वर्ग के परिवार के बच्चे आर्थिक स्थिति के अनुसार अपनी आगे की पढ़ाई के लिए कई समस्याओं का सामना करते हैं। केंद्र सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं में से एक पढ़ो प्रदेश योजना इनमें से कुछ योजनाओं में से एक है।
पढ़ो परदेश योजना ऐसे सभी बच्चों को लाभ प्रदान करता है जो आगे की शिक्षा विदेश में जाना चाहते हैं। वर्ष 2013-14 में पढ़ो प्रदेश योजना को शुरू किया गया था। क्या आपका बच्चा भी विदेश में शिक्षा हासिल करना चाहते हैं तो आपके लिए इस योजना को भरना जरूरी है। पढ़ो परदेश योजना 2023 में यदि आप पात्र हैं तो आप पढ़ो परदेश योजना में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से।
पढ़ो परदेश योजना क्या है | पढ़ो परदेश योजना क्या है?
साल 2013-2014 में पढ़ो प्रदेश योजना की शुरुआत की थी। उस समय इस योजना की शुरुआत कैबिनेट मंत्री श्री मुतार अब्बास नकवी जी द्वारा दी गई थी। पढ़ो परदेश योजना को भारत सरकार के लघु मामलों के मंत्रालय के तहत शुरू किया गया था। इस निर्धारण में भारत के सभी पात्र छात्रों को विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए बिना व्याज के ऋण प्रदान किया जाएगा। विदेश जाने के लिए छात्रों को सरकार द्वारा योजना के माध्यम से आवेदन करने पर आर्थिक सहायता दी जाएगी। और सभी पात्र छात्रों को पढ़ने परदेश योजना के तहत प्राप्त ऋण पर सब्सिडी भी दी जाएगी।
पढो परदेश योजना 2023 की मुख्य विशेषताएं
लेख का नाम | पढ़ो परदेश योजना |
योजना से संबंधित विभाग | अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ,भारत सरकार (अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय) |
योजना का उद्देश्य | अल्पसंख्यक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को विदेश में उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना |
योजना श्रेणी | केंद्र स्तर योजना |
योजना शुरुआत वर्ष | 2013 -14 |
लाभार्थी | देश के सभी अल्पसंख्यक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्र |
लाभ | परदेश में उच्च शिक्षा के छात्रों को ऋण प्रदान करना और उन्हें ऋण पर सब्सिडी देना |
पढ़ो परदेश योजना के लाभ और विशेषताएं
सभी पात्र छात्रों को पढ़ो परदेश योजना के तहत निम्नलिखित लाभ दिए गए –
- अब सभी पात्र छात्र जो आर्थिक स्थिति के कारण विदेश जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने का सपना देखते थे अब वह आसानी से त्याग चुके थे पढ़ो परदेश योजना के तहत आवेदन कर उच्च शिक्षा परदेश में प्राप्त कर सकते हैं।
- इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर सभी छात्रों को व्याज मुक्त ऋण का भुगतान किया जाएगा। इस ऋण से अपेक्षाकृत बिना किसी आर्थिक तंगी के अपनी शिक्षा विदेश ले पैन।
- सरकार पढ़ो प्रदेश योजना दिए जाने वाले ऋण पर सभी पात्र पात्र अनुदान भी प्रदान करते हैं।
- इस योजना में जिन छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए सरकार ऋण प्रदान करती है, उन सभी छात्रों को ऋण चुकाने के लिए तब तक परेशान होने की आवश्यकता नहीं होगी जब तक कि वह अपनी शिक्षा पूरी तरह से न कर लें। इसके बाद सरकार उस सन्दर्भ को पर्याप्त समय के लिए ऋण चुकाती है।
- पढ़ो परदेश विलय में लाभ लेने वाले छात्रों को उसकी डिग्री प्राप्त होने तक ऋण पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
पढो प्रदेश योजना की पात्रता
- छात्रों को भारत का नागरिक होना चाहिए।
- इसी प्रकार की अन्य योजनाओं का लाभ छात्र नहीं ले रहे हैं, तो छात्र इस योजना के लिए पात्र नहीं माने जाएँगे।
- मध्यम वर्ग को योजना के तहत फिल, पीएचडी, एमबीए, पीजी डिप्लोमा आदि की श्रेणी के पाठ्यक्रम के लिए ऋण पर सब्सिडी दी जाएगी।
- देश के सभी जाति, धर्म या लिंग के छात्र इस योजना में आवेदन कर सकते हैं।
- छात्रों को विदेश में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में ज्ञापन लेना होगा।
- इस योजना में केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए मंत्रालय द्वारा ही ऋण के लिए जाने पर ही योजना का लाभ मिलेगा।
- पढ़ो परदेश योजना गरीब गरीब के लिए इसमें ऐसे छात्र आवेदन कर सकते हैं कि रविवार परिवार की वार्षिक आय 6 लाख रुपये से अधिक नहीं हो।
- अल्पसंख्यक छात्र केवल 20 लाख तक के लिए कर्ज पर सब्सिडी ले खाते में चले गए।
- छात्र जो भी योजना का लाभ लेने के लिए कहते हैं कि उन्हें किसी अच्छी मान्यता प्राप्त कॉलेज से अपनी शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज़ (पढ़ो परदेश योजना के लिए दस्तावेज़)
- आधार कार्ड
- लोन एप्लीकेशन फॉर्म
- आय प्रमाण पत्र
- अवयस्कता प्रमाण पत्र
- संबंधित और पाठ्यक्रम से संबंधित पेपर्स
- बैंक खाते का विवरण
पढ़ो परदेश योजना के लिए आवेदन कैसे करें ?
यदि आप भी इस पढ़ो परदेश योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए सरकारी बैंक में फॉर्म भरना होगा। इस फॉर्म में छात्रों को सभी सूचनाओं को सही से भरना होगा और दस्तावेजों को इसके साथ संलग्न करना होगा। सभी सूचनाओं को भरने के बाद आपको इस एप्लीकेशन फॉर्म को जमा करना है। इस फॉर्म को कल्याण मंत्रालय में भेजा जाएगा। जहां छात्र के इस योजना में पात्र होने या न होने से संबंधित जांच की जाएगी। इसके बाद ही इस योजना का लाभ लें पैन। इस योजना का नाम बैंक और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन के नुसार लागू की जा रही है।
योजना के तहत ॠण प्राप्त करने की मान्यता प्राप्त बैंक
- सहकारी बैंक (सहकारी बैंक)
- भारतीय बैंक संघ (IBA)
- बैंक (निजी बैंक)
- पब्लिक सेक्टर बैंक (Public Sector Bank) आदि जो भारतीय बैंक एसोसिएशन से जुड़े हों।
पढ़ने परदेश योजना के तहत ऋण के नियम
- ऐसे सभी पात्र छात्र जो विदेश में जाकर अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, वे इस पढ़ो परदेश योजना के तहत केवल 20 लाख रूपए तक के ऋण ले सकते हैं।
- पात्र लाभार्थी छात्रों के कोर्स होने के बाद 1 साल और 6 महीने की अवधि में ऋण जाम न करने की छूट होगी। लेकिन इस अवधि के बाद छात्रों को लिए गए ऋण को बैंक को चुकाना अनिवार्य होगा।
महत्वपूर्ण लिंक्स-
पढ़ो परदेश योजना 2023 से संबंधित अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)-
केंद्र सरकार द्वारा पढ़ाओ परदेश योजना को वित्त वर्ष 2013-2014 में शुरू किया गया था।
पढ़ो परदेश योजना का लाभ देश के सभी पात्र छात्रों को दिया जाएगा। ऐसे छात्रों की आर्थिक आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, उन्हें विदेश में उच्च शिक्षा के लिए सहायता दी जाएगी।
पढ़ो परदेश योजना के लिए देश के सभी अल्पसंख्यक वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के पूर्ववर्ती आवेदन कर सकते हैं।
यह भी जानें –
[ad_2]