घर में कैश रखने की भी है लिमिट, जान लें इनकम टैक्स के ये नियम | aahar jharkhand

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आयकर नियम: देश में बहुत से लोग आज भी पारंपरिक तरीके से अपने पैसे को घर में सड़कों के लिए समय की आवश्यकता पर सुरक्षित रखते हैं बेहतर विकल्प मानते हैं, किसी भी समय और किसी भी समय उसकी जरूरत पर एटीएम के चक्कर बिना घर से ही अपने सभी वित्तीय वित्तपोषण से जुड़े काम पूरे कर सकते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अपने घर में कैश कैश रख सकते हैं? वैसे तो घर में लोग बिना किसी लिमिट के पैसे सुरक्षित रखते हैं लेकिन यह आपकी आय को सीमित करके मेल खानी को काफी जरूरी है, इससे ज्यादा पैसा आपकी परेशानी बढ़ा सकता है, तो जानिए घर में कैश रखने की क्या लिमिट है और इसे इनकम टैक्स के नियमों से जूडी संपूर्ण जानकारी।

आयकर नियम विवरण जानें

जाने क्या है घर में कैश रखने की लिमिट

आपको बता दें कि वैसे तो घर में कैश रखने पर जमा विभाग के अनुसार कोई रोक नहीं है, क्योंकि दायित्व विभाग ने घर में कैश रखने की कोई सीमा नहीं बताई है, लेकिन घर में शामिल होने की स्थिति में व्यक्ति को अपनी आय का बताना बहुत जरूरी है है। यदि घर में रखे हुए पैसे अधिक हैं और घर में दस्तावेज आपके द्वारा रखी गई राशि से मेल नहीं खाते हैं यानी आपने उन पैसों को सही तरीके से नहीं बनाया है तो अधिकारी आप पर भारी जुर्माना लगा सकते हैं, लेकिन यदि आपने आयकर टैक्स भरा है और आपकी रकम आपके आय के दस्तावेजों से मेल हो जाती है, तो आप चिंता करने की कोई बात नहीं आप पर कोई गलत नहीं लगेगा।

ये इनकम टैक्स के नियम हैं

  • 20 लाख से अधिक संपत्ति के ट्रांजिशन पर – इनकम टैक्स के नियमों के मुताबिक एक वित्तीय वर्ष में 20 लाख रुपये से अधिक के कैश ट्रांजिशन पर भी जुर्माना लग सकता है, यदि आपने इसे नहीं बताया है। एक साल में आपके बैंक खाते में 20 लाख से अधिक पैसे जमा करने पर भी आपको पैन और आधार कार्ड बैंक में दिखाना होगा।
  • उपहार के मामले में – कई बार गिफ्ट में भी पैसे का लुका होता है, जब गिफ्ट के बहाने की बात होती है तो कोई भी व्यक्ति मौका पर दो लाख रुपये से अधिक कैश स्वीकार नहीं करता। रसीद विभाग के नियम के अनुसार कोई भी व्यक्ति अपने रिश्ते से इतना कैश नहीं ले सकता है और यदि वह 2 लाख से अधिक का कैश स्वीकार करता है तो उस पर उसी राशि के बराबर का जुर्माना लगाया जा सकता है, इसके लिए सट्टेबाजी की नज़र से देखें चाहिए।
  • घर में कैश की लिमिट – लिपिक विभाग ने घर में कैश रखने की कोई सीमा तय नहीं की है, लेकिन घर पर रखी सही तरीके से कमाई की जानी चाहिए या आपकी आय के अनुसार सही होना चाहिए। यदि ऐसा होता है और आपके पास आपके दस्तावेजों से मेल खाते के पैसे जमा रखते हैं, साथ ही आपके द्वारा सही समय पर आयकर टैक्स का भी भुगतान किया जाता है, तो आपको चिंता करने की कोई ट्रेन नहीं है।
  • चिकित्सा प्रमाणिकता – आपको बताएं मेडिकल बीमा प्रीमियम को लेकर सरकार यह भी निर्धारित करती है कि आपके मेडिकल बीमा प्रीमियम का भुगतान कैश के अलावा किसी भी माध्यम से करना होगा, यदि करदाता ऐसा नहीं करते या ऐसा करने में बाध्य होते हैं तो उन पर 80डी के तहत शूट का दावा करने के लिए कमीशन बनता है तो उस पर जुर्माने लग सकता है।
  • लोन के मामले में – कोई व्यक्ति बंधन विभाग की धारा 269 एसएस और 269 टी के कैश के तहत बीस हजार से अधिक की राशि को स्वीकार नहीं कर सकते हैं, लोन के मामले में किसी संस्था या किसी व्यक्ति को हड़पने/प्रतिशोध नहीं कर सकते हैं। यह नियम कर्ज चुकाने से लेकर संपत्ति के ट्रांजेक्शन में एडवांस सहित कैश चार्ज के लिए भी लागू होता है।
  • व्यवसाय के लिए – बता दें कि व्यवसाय के लिए एक व्यक्ति को एक ही दिन में खर्च के रूप में 10 हजार रुपये से अधिक का कैश दावा नहीं किया जा सकता है, ऐसा करने पर जुर्माना लग सकता है हालांकि ट्रांसपोर्टरों के लिए यह सीमा 35000 रुपये है। इसके अलावा, जमा-क्रेडिट से आवेदन के दौरान यदि कोई कार्डधारक एक बार में एक लाख से अधिक का दावा करता है तो उस व्यक्ति के खिलाफ भी जांच हो सकती है।

आयकर नियम सभी संबंधित जानकारी हमने आपको अपने लेख के माध्यम से प्रदान कर दी है और मुझे आशा है कि यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी होगी, इसके लिए यदि आपको हमारा लेख पसंद आया या इससे संबंधित कोई प्रश्न पूछना हो तो आप नीचे टिप्पणी बॉक्स में अपना अपना प्रश्न पूछ सकते हैं, हम आपके द्वारा अपना उत्तर देने की पूरी कोशिश करेंगे, इसके साथ ही इसी तरह की और योजनाओं से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप हमारी साइट से जुड़े रह सकते हैं।

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